HOD Desk

Prof. B. N. Shelke

M.A.,B.Ed.,NET,SET

भाषा अभिव्यक्ति का माध्यम ही नहीं अपितु वह हमारे जीवन – मूल्यो ,संस्कारों एवं संस्कृति की संवाहक भी होती है । विभिन्नता में एकता और देश की अखंडता को अक्षुण्य बनाए रखने में हिंदी भाषा का महत्वपूर्ण योगदान है । इस महत्वपूर्ण योगदान को ध्यान में रखते हुए संविधान द्वारा 14 सितंबर, 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया । साथ ही जनता ने उसे राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकार किया । महात्मा गांधी राष्ट्रभाषा हिंदी के महत्व को अधोरेखित करते हुए कहते है – “राष्ट्रभाषा के बगैर राष्ट्र गूँगा है ।”

साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं समाज जीवन में व्याप्त अंधकार को दूर करनेवाली मशाल भी है । हिंदी साहित्य की दृष्टि से समृद्ध भाषा है । हिंदी विभाग छात्रों के सर्वांगीण विकास के प्रति प्रतिबद्ध है । छात्रों के भाषिक कौशल (श्रवण ,वाचन ,भाषण ,लेखन) विकास हेतु विभाग द्वारा नियमित पाठ्यक्रम के साथ – साथ  हिंदी दिवस (14 सितंबर) तथा विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी) के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं गतिविधियों का आयोजन किया जाता है ।